स्‍वतंत्रता दिवस १५ अगस्त १९४७

11:41 pm गजेन्द्र सिंह 4 Comments

भारत केवल एक भूगोल या इतिहास का अंग ही नहीं है। यह सिर्फ एक देश, एक राष्ट्र, एक जमीन का टुकड़ा मात्र नहीं है। यह कुछ और भी है- एक प्रतीक, एक काव्य, कुछ अदृश्य सा-किन्तु फिर भी जिसे छुआ जा सके ! कुछ विशेष ऊर्जा-तरंगों से स्पंदित है यह जगह, जिसका दावा कोई और देश नहीं कर सकता।
आप सभी को स्वतंत्रता
दिवस की बहुत -
बहुत शुभकामनाये


4 टिप्‍पणियां:

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